रूपईडीह विकासखंड स्थित हरचंदपुर ग्राम पंचायत में संचालित गौशाला केंद्र में गोवंशो को रखने के लिए 500 रुपए घूस लेने का मामला प्रकाश में आया है प्राप्त जानकारी के अनुसार गौशाला का देखरेख ग्राम प्रधान के पुत्र नरेंद्र तिवारी ,रोजगार सेवक व चौकीदार सुखदेव आदि मिलकर करते हैं जब कोई भी ग्रामीण गोवंश गौशाला में छोड़ने जाता है तो उससे चौकीदार सुखदेव ₹500 घूस मांगता है।
घूस देने पर ही गोवंश को गौशाला में रखा जाता है इसकी शिकायत ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से भी की है लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा कार्यवाही ना होने से ग्रामीणों में जन आक्रोश व्याप्त है।एक तरफ योगी सरकार गोवंश के रखरखाव के लिए गौशालाओं का निर्माण कराया है गोवंश ओं की देखभाल के लिए उनके भोजन आदि की पूरी व्यवस्था सरकार के द्वारा भारी भरकम बजट देकर की जा रही है उसके बाद भी इस तरह का कृत्य करना योगी सरकार को खुला चैलेंज देना है। शिकायत करने पर भी उच्च अधिकारियों का कार्यवाही न करना संदेह पैदा करता है। सरकार की जो भी योजनाएं चलती है उसमें कमाई का जरिया दबंग दलाल व प्रशासन ढूंढ लेता है इसी कारण सरकार की योजनाएं धरातल तक नहीं पहुंच पाती अब देखना दिलचस्प होगा कि योगी सरकार द्वारा ऐसे लोगों पर क्या कार्यवाही की जाती है या घूस लेने की प्रक्रिया यूँ ही चलती रहेगी।
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