सोमवार, 6 अप्रैल 2020

रोटरी क्लब द्वारा महावीर जयंती का आयोजन किया गया


 *महावीर जयंती पर बच्चों को दया प्रेम करुणा व अहिंसा का मार्ग अपनाने का दिया संदेश बच्चों को किए गए फल वितरित**


कानपुर 6 अप्रैल । रोटरी क्लब कानपुर त्रिमूर्ति के तत्वाधान में महावीर जयंती मनाने के कार्यक्रम का आयोजन सुभाष चिल्ड्रन होम 19 राजीव विहार नौबस्ता नगर में किया गया इसमें बच्चों को बताया गया कि भगवान महावीर को दया प्रेम करुणा व अहिंसा के प्रणेता माना जाता है जिसके साथ ही बच्चों को मुख्य अतिथि कपड़ा व्यापारी अनिल जैन द्वारा फल वितरित किए गए| कार्यक्रम का आरम्भ  सर्वप्रथम मुख्य अतिथि कपड़ा व्यापारी रोटेरियन एवं चर्चित समाजसेवी अनिल जैन जैन द्वारा बच्चों को महावीर भगवान के बारे में बताते हुए बताया गया कि भगवान महावीर का जन्म आज से 500 वर्ष पूर्व कुंड ग्राम बिहार में हुआ था उनके पिता का नाम सिद्धार्थ वह माता का नाम त्रिशला था जिनकी तीसरी संतान के रूप में बालक वर्धमान बालक का जन्म हुआ जो कि आज महावीर के नाम से जाने जाते हैं| साथ ही उन्होंने बताया कि महावीर भगवान द्वारा देश के विभिन्न भागों में घूमकर देश में पवित्र संदेश फैलाने का कार्य किया गया जिसमें उनके द्वारा अपने प्रवचन में धर्म सत्य अहिंसा पर अधिक जोर दिया गया| 
कार्यक्रम में बच्चों को सुभाष चिल्ड्रेन होम के प्रबंधक श्री कमल कांत तिवारी द्वारा बताया गया कि भगवान महावीर जी के प्रवचनों  की आज के युवाओं को अत्यंत आवश्यकता है क्योंकि आज के युवाओं में संयम व अभाव का होने के साथ-साथ व आपराधिक प्रवृत्तियों में लिप्त हो रहे हैं  जिस कारण वह सही राह से भटक रहे हैं क्योंकि भगवान महावीर जी द्वारा मानव को मानव के प्रति प्रेम से रहने का संदेश देने के साथ ही मिट्टी ,पानी ,अग्नि ,वायु एवं  वनस्पति से लेकर जानवरों के साथ भी हिंसक प्रवृति के साथ रहने का संदेश दिया गया है जिसके साथ ही बच्चों को उनके चरित्र को जीवन में अपनाने की सीख दी गई । 
साथ ही बताया गया कि इन बच्चों के साथ हमारे सभी राष्ट्रीय एवं धार्मिक  पर्वों को मनाया जाता है ताकि ये पर्व के महत्व को समझते हुए जीवन में अनुसरण करें। 
 इस अवसर पर मुख्य अतिथि रोटरी क्लब कानपुर त्रिमूर्ति रोटेरियन अनिल जैन सुभाष चिल्ड्रेन होम  के प्रबंधक कमल कांत तिवारी, सुभाष चिल्ड्रन होम की आशा सचान, संजुला पांडे, गौरव सचान, रुचि सचान, पम्मी, अनीता, मुन्नी, ज्योति, सरोज, सरोजिनी, गीता सहित तीन दर्जन बच्चे उपस्थित रहे|


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