यूपी के झांसी से हर दिन 100 बसें और 2 ट्रेन चलाई जा रही है, जो श्रमिक /मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का काम करेगी, इसकी शुरुआत सोमवार की देर रात झांसी स्टेशन से की गई, झांसी से 1000 मजदूरों को लेकर ट्रेन जौनपुर कुशीनगर के लिए रवाना हुई|
नहीं मिल रहा है मजदूरों को काम पलायन को है मजबूर
गौरतलब है कि लॉक डाउन 3 के चलते काम ना मिल पाने की वजह से मजदूरों की घर वापसी जारी है, हर दिन 5000 से ज्यादा मजदूर देश के अलग-अलग कौन से झांसी पहुंच रहे हैं, दतिया बॉर्डर, शिवपुरी बॉर्डर कानपुर रोड समेत कई क्षेत्र से झांसी पहुंचने पर मजदूरों को उनके गंतव्य की ओर यहां से रवाना किया जाता है, इसके लिए अब हर दिन 2 ट्रेन अलग-अलग दिशाओं में भी जाएंगे, झांसी के पैरामेडिकल में मजदूरों की पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है उन्हें खाने के लिए दिया जा रहा है, आराम करने का अवसर दिया जा रहा है, उसके बाद मजदूरों को बसों से और ट्रेन से उनकी गंतव्य की ओर रवाना किया जा रहा है,
प्रवासी मजदूर लॉकडाउन के चलते पैदल लौट रहे थे घर
यह सभी वो लोग हैं, जो अलग-अलग प्रदेशों में मजदूरी कर रहे थे और इन दिनों काम न मिल पाने की वजह से परेशान होकर अपने घर पैदल ही लौट रहे थे, झांसी में जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने बताया कि झांसी स्टेशन से देवरिया जौनपुर कुशीनगर महाराजगंज और अंबेडकरनगर के लिए एक ट्रेन रवाना हो गई, झांसी से लगभग 1000 मजदूरों को लेकर ट्रेन रवाना हुई, सभी मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई और खाद्य पदार्थ देने के बाद मजदूरों को ट्रेन में बिठाया गया, यह सभी मजदूर देश के अलग-अलग कोनों से उत्तर प्रदेश लौटे थे, झांसी बॉर्डर से सभी मजदूरों को पैरामेडिकल लाया गया, यहां मजदूरों को खाना खिलाया गया, आराम करने के लिए जगह उपलब्ध कराई गई, मजदूरों मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए निशुल्क सेवा उपलब्ध कराई जा रही है|
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