शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024

#IFFI में फिल्म 'Chola' की धूम, भारतीय सिनेमा के क्रांतिकारी निर्देशक अतुल गर्ग की फिल्म का हुआ प्रीमियर

अतुल गर्ग: भारतीय सिनेमा के क्रांतिकारी निर्देशक, IFFI और फिल्म बाजार के चमकते सितारे

रिपोर्ट : कृष्णा वर्मा, कानपुर।

IFFI (इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया) और उसके साथ आयोजित फिल्म बाजार में इस साल एक ही नाम गूंजा – निर्देशक अतुल गर्ग। भारतीय सिनेमा के इस दमदार हस्ताक्षर ने अपनी फिल्म 'चोला' और आगामी प्रोजेक्ट 'कश्मीर एनिग्मा ऑफ पैराडाइज़ पार्ट वन' के जरिए सिनेमा जगत को यह दिखा दिया कि वे आज के समय के सबसे प्रभावशाली और क्रांतिकारी फिल्म निर्माता हैं।

फिल्म बाजार, जो IFFI के साथ सिनेमा के नए आयामों को उजागर करने का मंच है, इस बार अतुल गर्ग की 'चोला' के प्रीमियर का गवाह बना। यह फिल्म न केवल दर्शकों को बांधकर रखने में कामयाब रही, बल्कि इसे देखने के बाद मौजूद सभी दर्शकों और विशेषज्ञों ने स्टैंडिंग ओवेशन दिया। 'चोला' ने न केवल कहानी कहने के अपने नए अंदाज से सबको चौंका दिया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि अतुल गर्ग सिनेमा की हर सीमा को चुनौती देने के लिए तैयार हैं।

IFFI के मंच पर गर्ग ने एक और इतिहास रचा जब उन्होंने अपनी बहुप्रतीक्षित फिल्म 'कश्मीर एनिग्मा ऑफ पैराडाइज़ पार्ट वन' का ट्रेलर पहली बार गोवा के ग्रैंड याच पर लॉन्च किया। यह अपने आप में एक अनूठा और भव्य आयोजन था। कश्मीर की खूबसूरत घाटियों और एक संवेदनशील कहानी पर आधारित यह फिल्म पहले ही लोगों के बीच उत्सुकता पैदा कर चुकी है।

अतुल गर्ग की फिल्मों की खासियत यह है कि वे सिर्फ कहानियां नहीं सुनाते, बल्कि दर्शकों को अपनी कहानियों के जरिए गहराई से झकझोरते हैं। 'चोला' और 'कश्मीर एनिग्मा ऑफ पैराडाइज़' इस बात के उदाहरण हैं कि गर्ग भारतीय सिनेमा को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

IFFI के दौरान, फिल्म विशेषज्ञों और दर्शकों ने गर्ग के काम को भारतीय सिनेमा के लिए एक नई दिशा बताते हुए कहा कि, "अतुल गर्ग का नाम अब भारतीय सिनेमा की पहचान है। वे केवल फिल्में नहीं बनाते, वे एक अनुभव का निर्माण करते हैं।"

गर्ग ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, "मेरे लिए सिनेमा सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक माध्यम है जिसके जरिए हम समाज, भावनाओं और इंसानी रिश्तों को गहराई से समझ सकते हैं। मैं चाहता हूं कि मेरी हर फिल्म दर्शकों के दिलों तक पहुंचे और कुछ नया सोचने को मजबूर करे।"

IFFI और फिल्म बाजार में अतुल गर्ग की उपस्थिति ने यह साबित कर दिया कि वे आज के दौर के सबसे महत्वपूर्ण और प्रभावशाली फिल्म निर्माताओं में से एक हैं। उनकी फिल्में केवल बॉक्स ऑफिस तक सीमित नहीं रहतीं, बल्कि सिनेमा की परिभाषा को बदलने का माद्दा रखती हैं।

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