श्रवण गुप्ता
कानपुर..परहित सरिस धर्म नहिं भाई। पर पीड़ा सम नहिं अधमाई॥ निर्नय सकल पुरान बेद कर। कहेउँ तात जानहिं कोबिद नर॥1॥
भावार्थ हे भाई! दूसरों की भलाई के समान कोई धर्म नहीं है और दूसरों को दुःख पहुँचाने के समान कोई नीचता (पाप) नहीं है। ये पंक्ति महामंत्री राजकुमार भगतानी ने समारोह मे कही गोस्वामी तुलसीदास जी की यह चौपाई उनसभी लोगों पर चरितार्थ होती हैं, जिन्होंने कोरोना काल में सबसे ज्यादा मानव सेवा की । मानव जीवन के इतिहास का यह कोरोना काल काला अध्याय बन गया है जहाँ हर इंसान अपनी जान बचाने के लिए सशकित था ।उस दौर में हमारे जाबांज साथियों ने अपनी जान जोखिम मे डाल कर जब लोग लोग घरो मे थे तब ये सड़को पर रहकर हर उस इंसान की मदद की , जो जरूरत के लिए था । हमारे सहयोगी संजीव दीक्षित जी , हमारे मृदुभाषी भाई श्यामलाल मूलचंदानी जी, अकुश खन्ना जी कर्मठ साथी एवम हमारी संस्था के युवा और तेज मीडिया कोर्डिनेटर सिमरन जीत सिंह भाई व राम नरेश आर्यन ने कोरोना काल में लोगों की दवा राशन तन मन धन से भरपूर मदद की है आयुक्त कानपुर मण्डल डा राजशेखर जी ने कहा अच्छा कार्य अच्छी सोच अच्छी भावना का का सम्मान होना हीं चाहिए अपर पुलिस उपायुक्त राहुल मिठास ने कहा रक्त दान कर हम एक जीवन देते है़ इसी तरह कोरोना काल मे इन हस्तियो ने अपनी जान की परवाह ना कर जरूरत मन्द लोगो को खाना राशन लंच पैकेट उपलब्ध कराए जो इंसानियत की काबिले तारीफ मिशाल कायम की..अध्यक्ष श्री सुखबीर सिंह मलिक ने कहा होटल एसोसिएशन की तरफ से इन कोरोना योद्धाओं को तहे दिल से शुक्रिया साधुवाद और धन्यवाद सम्मानित करना बनता है़.मुख्य रूप से सुधांशु राय इंदर जीत सिंह गौरव सेठी अजय केसरबानी अनुराग गुप्ता श्रीमती लीना चावला सुरेश चन्द्र मिश्रा अरुण दीक्षित अरुण शर्मा नरेश भगतानी रवीन्द्र आनन्द ....
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