आज ज्वाला देवी विद्या मंदिर स्नाकोत्तर महाविद्यालय आनंद बाग कानपुर में शताब्दी वर्ष समारोह का आयोजन किया गया सन 1919 में स्मृति शेष श्रीमती ज्वाला देवी जी ने नारी शिक्षा के प्रति दृढ़ संकल्प हो मात्र 15 छात्राओं को लेकर शिक्षा के जिस विद्या मंदिर की नींव रखी थी आज वह विद्या मंदिर 100 वर्ष की अनवरत यात्रा के क्रम मैं नारी के स्वर्गीय विकास के साथ शताब्दी वर्ष समारोह के आयोजन का साक्षी बन गया है संस्कार परंपरा तथा मूल्यों का जीवन के चतुर्मुखी विकास के महत्वपूर्ण योगदान होते हैं जिससे स्वस्थ परिवार, परिष्कृत समाज और विकसित राष्ट्र एवं शांतिपूर्ण विश्व पुष्पित व पल्लवित हो अभिवृद्धि पाता है डॉक्टर सुनीता द्विवेदी एसोसिएट प्रोफेसर संगीत वादन विभाग जुहारी देवी गर्ल्स पीजी कॉलेज कानपुर में सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ शालिनी मिश्रा ने अवयवों का स्वागत करते हुए कहा आज के भौतिकवादी प्रतिस्पर्धा के युग में पश्चिमीकरण ने मनुष्य को तनाव अवसाद जैसे विकारों में घेर लिया है ऐसे में गीत-संगीत व आध्यात्मिक भजन के अलावा उसके मानसिक संतुलन को दृढ़ करते हुए अंतर्मन को परमआनंद से नीम रखते हैं संगीत प्रतियोगिता के अंतर्गत शास्त्रीय संगीत गायन संगीत सितार वादन प्रतियोगिता में स्थान कानपुर के कुल 5 महाविद्यालयों ने प्रतिभाग किया संगीत प्रतियोगिता का संयोजन एवं सहयोग किया निशा रानी ने।
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